परिचय

संत-मत (सूफी मत) के सिद्धांतों पर आधारित रामाश्रम-सत्‍संग (रजि.) ग्‍वालियर (मध्‍य प्रदेश) एक विधिवत पंजीकृत आध्‍यात्मिक-परमार्थिक संस्‍था, जिसका मुख्‍यालय 35 खेड़ापति कालोनी ग्‍वालियर है l जो पूर्व में रामाश्रम-सत्‍संग, सिकन्‍दराबाद (संस्‍थापक परम संत पूज्‍य डॉ. श्री कृष्‍ण लाल जी साहब द्वारा 1962 में स्‍थापित किया गया) परम संत सतगुरु परम पूज्‍य डॉ. श्री कृष्‍ण लाल जी साहब (सिकंदराबाद), हमारे गुरुदेव परम संत पूज्‍य डॉ. करतार सिंह जी साहब तथा अन्‍य गुरुजन, आचार्य गण पिछले लगभग 45-50 वर्षों से निरंतर पधारते रहे हैं व अपनी असीम/ विशेष कृपा वृष्टि से ग्‍वालियर सत्‍संग को अभिसिंचित करते रहे हैं।

उनकी सूक्ष्‍म कृपा-वृष्टि से आज भी सभी भाई-बहिन पूर्व-वत ही लाभान्वित हो रहे हैं। उस वक्‍त के आचार्य एवं मंत्री स्‍व. श्री कैलाश नारायण जौहरी जी के गहन संरक्षण एवं देख-रेख में समय-समय पर ग्‍वालियर में नित्‍य प्रति, साप्‍ताहिक सत्‍संग, भण्‍डारे व अन्‍य आध्‍यात्मिक/ परमार्थिक गतिविधियाँ सम्‍पन्‍न होती रही हैं।

वर्तमान में रामाश्रम-सत्‍संग, ग्‍वालियर एक आध्‍यात्मिक-परमार्थिक संस्‍था के रूप में अपने मूल रामाश्रम-सत्‍संग, सिकन्‍दराबाद/गाजियाबाद के मूल सिद्धातों को लेकर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सम्‍पूर्ण भारतवर्ष में सेवारत है।
इसके प्रमुख सेवादार श्री राजीव जौहरी जी जिन्‍हें उनके सद् गुरुदेव परम संत पूज्‍य डॉ. करतार सिंह जी साहब द्वारा विधिवत् लिखित रूप में दिनांक 2 नवम्‍बर, 2009 को सिलसिले की अंतिम इज़ाजत, इज़ाजत-ताआम्‍मा (सम्‍पूर्ण गुरुपदवी) प्रदान कर अपना द्वितीय उत्तराधिकारी (आज्ञा पत्र दिनांक 2 नवम्‍बर, 2009) घोषित किया गया है, अन्‍य वरिष्‍ठ सेवकों के साथ संत मत के प्रचार-प्रसार एवं अपने पूज्‍य गुरुदेव द्वारा सौंपे गये दायित्‍व निर्वाहन में तन-मन-धन से पूर्णत: समर्पित हैं।

संस्‍था के विभिन्‍न केन्‍द्र मध्‍य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्‍ट्र, हरियाणा, राजस्‍थान, बिहार आदि के प्रमुख नगरों में सेवारत हैं।

Back to top